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राजस्थान: मंत्री प्रताप खाचरियावास का नए जिलों पर आया बयान, जयपुर का नहीं होगा बंटवारा

जयपुर। खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पिंक सिटी जयपुर का दो जिलों में बंटवारा नहीं होगा। खाचरियावास के अनुसार जयपुर शहर को उत्तर और दक्षिण जिलों में नहीं बांटा जाएगा। जयपुर का नहीं होगा बंटवारा- खाचरियावास आपको बता दें कि खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने […]

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Minister Pratap Singh Khachariawas said that even the opinion of ministers and legislators was not taken in this.
  • June 10, 2023 12:46 pm IST, Updated 2 years ago

जयपुर। खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पिंक सिटी जयपुर का दो जिलों में बंटवारा नहीं होगा। खाचरियावास के अनुसार जयपुर शहर को उत्तर और दक्षिण जिलों में नहीं बांटा जाएगा।

जयपुर का नहीं होगा बंटवारा- खाचरियावास

आपको बता दें कि खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने मीडिया में एक बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जयपुर हमारी राजधानी रहेगा। जयपुर वर्ल्ड हेरिटेज सिटी है. इसे गोविंददेव जी का ठिकाना कहा जाता है. इस शहर का मूल स्वरुप पुयचले 300 साल से बरकरार है. इसलिए जयपुर को यूनेस्को की तरफ से वर्ल्ड हेरिटेज सिटी का खिताब दिया गया है. कुछ दिन पहले, सीएम अशोक गहलोत ने राजस्थान में 19 नए जिलों के गठन की घोषणा की थी। इसमें राजधानी जयपुर को छोड़कर जयपुर उत्तर और दक्षिण में नए जिलों के गठन की घोषणा की गई थी। इस घोषणा से राजस्थान में जिलों की संख्या 33 से बढ़कर 50 हो गई थी। लेकिन, मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने शुक्रवार को स्पष्ट कर दिया कि जयपुर शहर को जयपुर उत्तर और जयपुर दक्षिण के रूप में विभाजित नहीं किया जाएगा। तथापि, जयपुर शहर के प्रशासनिक ढांचे में आवश्यकता पड़ने पर बदलाव किया जा सकता है। अधिक पुलिस अधिकारी और कलेक्टर बुलाए जा सकते हैं. लेकिन जयपुर एक ही शहर रहेगा।

मंत्रियों की भी नहीं ली राय

खाचरियावास ने बताया कि हम इसे पहले से गुलाबी नगरी के रूप में जानते हैं। जयपुर के नगर निगम हैरिटेज और ग्रेटर के सभी 250 वार्ड हमारे इसी अविभाजित जयपुर शहर में शामिल रहेंगे। इस दौरान प्रताप सिंह खाचरियावास ने स्पष्ट किया कि जनता की राय जाने बिना ये फैसला अधिकारियों द्वारा लिया गया था। इसमें मंत्रियों और विधायकों की भी राय नहीं ली गई थी।


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