जयपुर: दुनिया भर में कल यानी 1 मई को मजदूर दिवस मनाया गया। 2024 का लेबर डे राजस्थान में काम कर रहे मजदूरों के लिए बुरा साबित हुआ। राजस्थान के धौलपुर में बड़ा हादसा हो गया। धौलपुर जिले में कल आधी रात दर्दनाक घटना घटी और इस हादसे में आधा दर्जन मजदूर बुरी तरह जख्मी […]
जयपुर: दुनिया भर में कल यानी 1 मई को मजदूर दिवस मनाया गया। 2024 का लेबर डे राजस्थान में काम कर रहे मजदूरों के लिए बुरा साबित हुआ। राजस्थान के धौलपुर में बड़ा हादसा हो गया। धौलपुर जिले में कल आधी रात दर्दनाक घटना घटी और इस हादसे में आधा दर्जन मजदूर बुरी तरह जख्मी हो गए। हादसे की जानकरी मिलते ही पुलिस और रेस्क्यू टीम घटनास्थल पहुंच कर सभी मजदूरों को मलबे से बाहर निकालना शुरू कर दिया। लेकिन रेस्क्यू शुरू होने से पहले ही दो मजदूरों ने अपना दम तोड़ दिया। वहीं घायल श्रमिकों का इलाज निजी अस्पताल में जारी है।
इस घटना को लेकर पुलिस-प्रशासन ने बताया है कि धौलपुर के संत नगर सड़क मार्ग पर थर्ड फ्लोर पर करीब 20 से अधिक मजदूर घर बनाने का काम कर रहे थे। तभी अचानक आधी रात को माकन की छत भरभरा कर ढह गई। जिसमें आधा दर्जन से अधिक मजदूर दब गए। इस घटना की जानकरी मिलते ही रेस्क्यू टीम व पुलिस टीम घटनास्थल पहुंच कर बड़ी मशक्कत के बाद मजदूरों को मलबे से बाहर निकाला गया। इस कड़ी में दो मजदूर की जान भी निकल गई। वहीं घायल मजदूरों का उपचार निजी अस्पताल में जारी है। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया है।
कल हुए भीषण हादसे में लखन(35) और भोला(32) की जान चली गई। इनके शवों को पोस्टमार्टम करवाने के लिए मोर्चरी में रखवाया गया है। हालांकि पोस्टमार्टम परिजनों की मौजूदगी में कराया जाएगा। इस हादसे में कृपाल पुत्र रामजीलाल और बृजमोहन पुत्र कन्हैया लाल कोली समेत आधा दर्जन मजदूर बुरी तरह से जख्मी हो गए। सभी का इलाज जारी है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच-पड़ताल में हादसे को लेकर खुलासा हुआ है कि हादसा लापरवाही के कारण हुआ है। मजदूर कार्य के दौरान हेलमेट और बेल्टों का उपयोग नहीं कर रहे थे और ठेकेदार भी मजदूरों को सुरक्षा के लिए पर्याप्त उपकरण नहीं दिए थे। इस मामले को लेकर उपखंड अधिकारी राधेश्याम मीणा ने कहा निर्माणाधीन मकान की छत ढहने से घटना घटी है। हादसे के वजहों की पुलिस एवं प्रशासन द्वारा जांच-पड़ताल की जा रही है।