जयपुर। राजस्थान में सफाई व्यवस्था के चलते अधिकांश क्षेत्र पर इसका प्रभाव पड़ रहा है. प्रदेश में अधिकांश शहरों के स्वास्थ पर असर पड़ रहा है. प्रदेश में सफाई कर्मचारियों के हड़ताल का असर आपको बता दें कि राजस्थान में सफाई कर्मचारी कई दिनों से हड़ताल कर रहे हैं. जिसका साइड इफेक्ट अब अधिकांश जिले […]
जयपुर। राजस्थान में सफाई व्यवस्था के चलते अधिकांश क्षेत्र पर इसका प्रभाव पड़ रहा है. प्रदेश में अधिकांश शहरों के स्वास्थ पर असर पड़ रहा है.
आपको बता दें कि राजस्थान में सफाई कर्मचारी कई दिनों से हड़ताल कर रहे हैं. जिसका साइड इफेक्ट अब अधिकांश जिले के भीतर, गली-गली, कस्बे में दिखाई पड़ रहा है. वहीं बूंदी के लाखेरी में इसका असर साफ-साफ नजर आ रहा है. कस्बे में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के चलते नालियां जाम हो गई हैं और प्रमुख बाजारों में सफाई नहीं होने से कचरे के ढेर नजर आ रहे हैं. जिसके बाद नगर पालिका चेयरमैन पति समेत कांग्रेस के सीएम पंचोली सड़क पर उतरकर जाम नालियों को खुलवाया और बाजारों में सफाई भी करवाई। जानकारी के मुताबिक लाखेरी के अधिकतर सफाई कर्मचारी हड़ताल पर हैं. जिसकी वजह से यहां की सफाई व्यवस्था बिगड़ी हुई है.
बता दें कि हाल ही में प्रदेश सरकार ने सफाई कर्मचारियों के लिए 1384 पदों पर भर्ती निकाली थी उसमे वाल्मीकि समाज आरक्षण को खत्म करने की मांग कर रहा है. जिसके बाद राज्य सरकार ने इस पूरी भर्ती प्रक्रिया को स्थगित भी कर दिया था लेकिन हड़ताल अभी भी जारी है. वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मचारी अभी भी हड़ताल कर रहे हैं.
कर्मचारियों द्वारा हड़ताल किए जाने से डोर टू डोर कलेक्शन पर काफी असर पड़ रहा है. क्योंकि जयपुर राइट्स द्वारा डोर टू डोर वेस्टेज कलेक्शन होता था लेकिन वो अब घर-घर नहीं पहुंच रहे हैं. और अब लोगों द्वारा सड़कों पर कचरा डालना मजबूरी हो गई है.