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Muharram 2024: जयपुर में 200 साल पुराने सोने-चांदी का ताजिया, जानें क्या है महत्व

जयपुर : आज बुधवार को देश भर में मुस्लिम समाज का पर्व मुहर्रम मनाया जा रहा है। ऐसे में राजस्थान की राजधानी जयपुर के बाजार में 200 साल पुराना सोने चांदी से बना ताजिया रखा हुआ है। इसके बारे में कहा जाता है कि ताजिए को राजा-महराजाओं ने अपनी मन्नत पूरी होने की ख़ुशी में […]

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  • July 17, 2024 3:22 am IST, Updated 7 months ago

जयपुर : आज बुधवार को देश भर में मुस्लिम समाज का पर्व मुहर्रम मनाया जा रहा है। ऐसे में राजस्थान की राजधानी जयपुर के बाजार में 200 साल पुराना सोने चांदी से बना ताजिया रखा हुआ है। इसके बारे में कहा जाता है कि ताजिए को राजा-महराजाओं ने अपनी मन्नत पूरी होने की ख़ुशी में बनवाया था।

200 वर्ष पुराना सोने व चांदी से बना ताजिया

बता दें कि गुलाबी शहर के नाम से मशहूर जयपुर के त्रिपोलिया बाजार में स्थित त्रिपोलिया गेट पर 200 वर्ष पुराना सोने व चांदी से बना ताजिया रखा हुआ है। इस ताजिया को राजा-महराजाओं ने बनवाया था। इस ताजिए में करीब 10 किलो सोना और डेढ़ मण चांदी का इस्तेमाल हुआ है। इस खास ताजिए को तब बनवाया गया जब महराजाओं की मन्नत पूरी हुई थी।

इमाम हुसैन की याद में मनाया जाता मुहर्रम

इमाम हुसैन की याद में मुस्लिम समुदाय आज मोहर्रम पर्व मना रहा है। मुस्लिम समाज के लिए यह महत्वपूर्ण पर्व है। इस दौरान कर्बला में इमाम हुसैन की शहादत की याद में ताजिए को दफनाया जाता है। इस प्रक्रिया में ताजिया एक अहम रोल अदा करता है, जो लोगों की आस्था और धार्मिक विश्वास को दिखाता है।

इन चीजों का प्रतिक

जयपुर में त्रिपोलिया गेट का यह ताजिया हिस्टोरिकल, धार्मिक समेत सांस्कृतिक महत्व रखता है। हर साल मुहर्रम के मौके पर इस ताजिया को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं और यह समारोह जयपुर की समृद्ध संस्कृति और साझेदारी का प्रतीक है।


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