जयपुर। 8 फरवरी यानी गुरुवार को प्रदेश की बीजेपी सरकार ने अंतरिम बजट पेश किया है। यह बजट विधानसभा सदन में उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी द्वारा पेश किया गया। बता दें कि बजट पेश होने के बाद ही राजनीतिक गलियारों में हलचल शुरू है। ऐसे में कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी बजट को लेकर […]
जयपुर। 8 फरवरी यानी गुरुवार को प्रदेश की बीजेपी सरकार ने अंतरिम बजट पेश किया है। यह बजट विधानसभा सदन में उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी द्वारा पेश किया गया। बता दें कि बजट पेश होने के बाद ही राजनीतिक गलियारों में हलचल शुरू है। ऐसे में कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी बजट को लेकर भजनलाल सरकार पर हमला बोला है, तो आइए जानते है पूरा मामला।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बजट के बारे में बोलते हुए कहा कि राज्य की जनता पिछले दो महीने से पेट्रोल-डीजल के दामों में वैट की दरों के कम होने का इंतजार कर रही है लेकिन सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट में इसका कहीं भी जिक्र नहीं है। सरकार का यह बजट बीजेपी के महंगाई कम करने के वादों को झूठा साबित कर दिया है।
इस दौरान पायलट ने बिजली कंपनियों के घाटे की जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने बिजली कंपनियों में कुल सवा लाख करोड़ का घाटा तो बता दिया लेकिन सरकार इसके निराकरण के लिए क्या कदम उठाने वाली है, इसके लिए कोई योजना प्रस्तुत नहीं की। उन्होंने अवैध बजरी के खनन को रोकने के सरकार के अभियान पर बताया कि बजरी के अवैध खनन को रोकने के लिए सरकार अभियान तो चला रही है लेकिन आमजनता को निर्माण के लिए बजरी नहीं मिल रही है।
इस कड़ी में उन्होंने कहा कि पूर्व की कांग्रेस सरकार ने किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए अलग से कृषि बजट प्रारंभ किया था लेकिन वर्तमान सरकार द्वारा उसे समाप्त किया जाना सरकार की किसान विरोधी सोच को बतलाता है। भाजपा सरकार द्वारा प्रस्तुत किए गए बजट को पायलट ने भ्रामक और दिशाहीन बताया है और कहा है कि वर्तमान सरकार सिर्फ कांग्रेस सरकार को कोसने के अलावा कोई काम नहीं कर रही है।
अंतरिम बजट को अक्सर ‘वोट ऑन अकाउंट’ के रूप में बताया गया है। जिस वर्ष आम चुनाव होने वाले होते हैं, उससे पहले यह बजट पेश किया जाता है और नई सरकार बनने तक के लिए अंतरिम बजट होता है। नई सरकार बनने के बाद आम बजट पेश जाती है। 1 फरवरी 2024 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अंतरिम बजट पेश की थी।