जयपुर। केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में लाये गए हिट एंड रन कानून को लेकर राजस्थान में बवाल जारी है। ड्राइवर्स और ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने ट्रक और ट्रांसपोर्ट वाहन को बंद कर दिया है। वाहनों के बंद होने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। व्यापारियों को भी सामान लाने-ले जाने […]
जयपुर। केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में लाये गए हिट एंड रन कानून को लेकर राजस्थान में बवाल जारी है। ड्राइवर्स और ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने ट्रक और ट्रांसपोर्ट वाहन को बंद कर दिया है। वाहनों के बंद होने से यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। व्यापारियों को भी सामान लाने-ले जाने में दिक्कतें उठानी पड़ रही है।
दरअसल इस कानून की वजह से रोडवेज बसों समेत निजी यात्री बसों और टैक्सी चालकों की हड़ताल है। इस वजह से यात्री जगह-जगह पर भटकने को मजबूर है। ड्राइवरों ने कानून को वापस लेने की मांग को लेकर जयपुर -दिल्ली की लोक परिवहन बसों का परिचालन ठप कर दिया। ड्राइवरों व बस मालिकों का कहना है कि केंद्र सरकार की ओर से हिट एंड रन कानून में बदलाव किया गया है। नए बदलाव के अनुसार हिट एंड रन मामले में 7 लाख का जुर्माना और 10 साल की सजा का प्रावधान किया गया है। ड्राइवरों को समय पर वेतन नहीं मिलता और ऐसे में इस तरह के कानून और परेशानी बढ़ाएगा।
इधर ड्राइवरों के हड़ताल पर जाने से निजी बसों के पहिए थम गए हैं। जयपुर-दिल्ली सहित विभिन्न रूटों पर संचालित होने वाली बसों का परिचालन बंद हो गया है। ड्राइवरों ने केंद्र सरकार से नए कानून को वापस लेने की मांग की है। ड्राइवरों ने सरकार को चेताते हुए कहा है कि अगर इस कानून को वापस नहीं लिया गया तो सभी निश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।