जयपुर। अजमेर में आज रोजगार मेला लगेगा। यह कार्यक्रम CRPF ग्रुप केंद्र-2 में आयोजित होगा। इस कार्यक्रम को अलग-अलग शहरों में अयोजित किया जाएगा। जानकारी के अनुसार 51000 नव नियुक्त पत्र प्रदान किए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। बता दें, अजमेर में आयोजित रोजगार मेले में केंद्रिय […]
जयपुर। अजमेर में आज रोजगार मेला लगेगा। यह कार्यक्रम CRPF ग्रुप केंद्र-2 में आयोजित होगा। इस कार्यक्रम को अलग-अलग शहरों में अयोजित किया जाएगा। जानकारी के अनुसार 51000 नव नियुक्त पत्र प्रदान किए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। बता दें, अजमेर में आयोजित रोजगार मेले में केंद्रिय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल मौजूद रहेंगे। वहीं विभिन्न अर्धसैनिक बलों में नियुक्त 250 अभ्यार्थियों को नियुक्त पत्र सौंपे जाएंगे।
पीएमओ के अनुसार आज देशभर में 45 स्थानों पर रोजगार मेला आयोजित किया जाएगा. इस रोजगार मेले में केंद्रीय गृह मंत्रालय केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), सीमा सुरक्षा बल (BSF), सशस्त्र सीमा बल (SSB), असम राइफल्स, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF), भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के साथ-साथ दिल्ली पुलिस में कर्मियों की भर्ती की गई है.
पीएमओ ने कहा कि रोजगार सृजन को मुख्य प्राथमिकता देने की प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता पूरी करने की दिशा में यह रोजगार मेला महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने कहा कि रोजगार मेला रोजगार सृजन में उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा और युवाओं को उनके सशक्तिकरण और राष्ट्रीय विकास में भागीदारी के लिए सार्थक अवसर प्रदान करेगा. नवनियुक्त कर्मियों को कर्मयोगी प्रारंभ मॉड्यूल के माध्यम से खुद को प्रशिक्षित करने का अवसर भी मिलेगा. कर्मयोगी प्रारम्भ मॉडयूल विभिन्न सरकारी विभागों में सभी नवनियुक्त कर्मियों के लिए ऑनलाइन आरम्भिक पाठ्यक्रम है. इसमें सरकारी सेवकों के लिए आचार-संहिता, कार्यस्थल पर नैतिकता, सत्यनिष्ठा और मानव संसाधन नीतियां शामिल हैं.
देशभर से चुने गए कर्मी केंद्रिय गृह मंत्रालय के अनुसार विभिन्न संगठनो में कांस्टेबल (जनरल ड्यूटी), सब-इंस्पेक्टर (जनरल ड्यूटी) और नॉन-जनरल ड्यूटी कैडर जैसे अलग-अलग पदों पर शामिल होंगे। पीएमओ ने कहा कि सीएपीएफ के साथ-साथ दिल्ली पुलिस को मजबूत करने से इन बलों को आंतरिक सुरक्षा, आतंकवाद का मुकाबला करने, उग्रवाद, वामपंथी उग्रवाद का मुकाबला करने और राष्ट्र की सीमाओं की रक्षा करने में सहायता करने जैसी अपनी बहुआयामी भूमिका को अधिक प्रभावी ढंग से निभाने में मदद मिलेगी.