जयपुर। राजस्थान में दो महीने पहले विधानसभा चुनाव संपन्न हुए है। ऐसे में राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पालयट ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हुई हार को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हम अगर विधायकों और मंत्रियों के टिकट राजस्थान विधानसभा चुनाव में बदल देते […]
जयपुर। राजस्थान में दो महीने पहले विधानसभा चुनाव संपन्न हुए है। ऐसे में राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पालयट ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हुई हार को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हम अगर विधायकों और मंत्रियों के टिकट राजस्थान विधानसभा चुनाव में बदल देते तो हमारी सरकार बन सकती थी.
सचिन पायलट ने लोकमत कॉन्क्लेव में कहा कि मैं मानता था कि राजस्थान में जीत का अच्छा मौका है. 30 साल से प्रदेश में पांच साल भाजपा और पांच साल कांग्रेस की सरकार बनती थी. इस बार हमने कोशिश की. इस दौरान उन्होंने कहा कि कुछ और हम करते तो हो सकता था कि हम सरकार बना सकते थे. सीटिंग विधायकों के प्रति नाराजगी थी.
पायलट ने आगे कहा कि हमारे पास उदाहरण के तौर पर 25 मंत्री थे, जो चुनावी मैदान में उतरे थे, उसमें से 17 से 18 मंत्री हार गए. अगर टिकट बदलते तो हमारी परफॉर्मेंस अच्छी होती. किसी के साथ हमारी कोई अनबन नहीं थी. हमें आमलोगों के मुद्दे को उठाना चाहिए. उसे सरकार में आने के बाद भी नहीं भूलना चाहिए.
मिलिंद देवड़ा, आरपीएन सिंह, जितिन प्रसाद और ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे नेताओं के कांग्रेस छोड़ने पर राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के कई नेताओं ने इस्तीफा दिया. जसवंत सिंह, उमा भारती, शत्रुघ्न सिन्हा और कल्याण सिंह जैसे नेताओं ने पार्टी छोड़ी. उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी लोग छोड़ते रहते हैं. आगे उन्होंने कहा कि हर आदमी की अपनी सोच है. हर आदमी की सोच होती है कि ये विचारधारा है. जिन्हें मन नहीं लग रहा था, वो छोड़के चले गए. समय बताएगा कि उनका फैसला सही था या गलत था. जिंदगी में सबकुछ आपकी मर्जी से नहीं होता है.”
इस दौरान पायलट ने कहा कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा था. प्रदेश की 199 सीटों में से भाजपा ने कुल 115 सीटों पर जीत अपने नाम की। वहीं 69 कांग्रेस ने, तीन सीट भारत आदिवासी पार्टी ने, BSP ने दो, RLD ने एक, RLP ने एक और अन्य ने आठ सीटों पर जीत हासिल की थी।