Advertisement
  • होम
  • टॉप न्यूज़
  • Rajasthan Politics: किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे पर सचिन पायलट का तंज! कह दी ये बड़ी बात

Rajasthan Politics: किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे पर सचिन पायलट का तंज! कह दी ये बड़ी बात

जयपुर: राजस्थान में बीजेपी नेता किरोड़ी लाल मीणा के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद राज्य की सियासत गरमा गई है. अब इसको लेकर राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने राज्य की शर्मा सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए प्रदेश की स्थिति को लेकर बड़ी बात कही है। […]

Advertisement
  • July 9, 2024 11:41 am IST, Updated 8 months ago

जयपुर: राजस्थान में बीजेपी नेता किरोड़ी लाल मीणा के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद राज्य की सियासत गरमा गई है. अब इसको लेकर राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने राज्य की शर्मा सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए प्रदेश की स्थिति को लेकर बड़ी बात कही है।

सीएम शर्मा की बजट को लेकर कहा

सचिन पायलट ने टोंक में मीडिया से बात करते हुए कहा, “सरकार में अंदरूनी खिंचाव है. कई स्तरों पर बातचीत चल रही है. मंत्री इस्तीफा दे रहे हैं. राज्य में विकास कार्य ठप हो गए हैं.” इसके अलावा सचिन पायलट ने राजस्थान के बजट पर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि यह देखना दिलचस्प होगा कि भजन लाल सरकार किस तरह का बजट लाती है.

कश्मीर पर सरकार को जवाब देना अनिवार्य

इस दौरान कांग्रेस नेता पायलट ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले पर कहा, “कठुआ में कल जो हुआ है. आतंकी गतिविधियां बढ़ रही हैं. आतंकी गतिविधियां हो रही हैं. सरकार को कुछ करना चाहिए. कश्मीर पर सरकार को जवाब देना चाहिए.” इस दौरान उन्होंने आगे कहा कि मृतक हेड कॉन्स्टेबल के 3 बच्चे हैं। परिवार वालों की मांग है कि इन सभी बच्चों की पढाई की व्यवस्था प्रदेश सरकार करे। इसके साथ मृतक की पत्नी को आवास के साथ-साथ आर्थिक मदद भी करें। इस कड़ी में उन्होंने कहा कि मृतक कॉन्स्टेबल को शहीद का दर्जा दिया जाए।

शिक्षा मंत्री दिलावर को दी सलाह

प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन लाल शर्मा के बयानों पर सचिन पायलट ने कहा कि उन्हें 24 घंटे विपक्ष के खिलाफ बयान देने की बजाय जनता के कामों पर ध्यान देना चाहिए. काफी समय बाद ऐसा हो रहा है कि राज्य सरकार का बजट केंद्र सरकार के बजट से पहले आ रहा है. राजस्थान सरकार ने अंतरिम बजट पेश किया था लेकिन कई काम अभी भी अधूरे हैं. सरकार में यह तय नहीं हो पा रहा है कि कौन क्या जिम्मेदारी लेगा. असमंजस की स्थिति है. हर कोई सत्ता का केंद्र बना हुआ है. सरकार बने अभी मुश्किल से 6-7 महीने ही हुए हैं.


Advertisement